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मजदूरों का दर्द देख सामने आए दर्जनों संगठन, पहुंच गए रेलवे स्टेशन प्रबंधक के कार्यालय।

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झारखंड के प्रवासी मजदूरों के दर्द का इलाज़ अबतक नहीं होता देख सामाजिक संगठन के द्वारा अब मोर्चा संभालते नज़र आ रहे हैं। कई सामाजिक संगठन एक होकर भारत सरकार से कोडरमा-सूरत डायरेक्ट ट्रेन चलाने की मांग कर रहे हैं। दरअसल झारखण्ड में रोजगार की कमी के कारण यहां के लोग रोजगार की तलाश में भारत के कई राज्यों में जाकर काम करते हैं। इस मामले में ज्यादातर मज़दूर सुरत, मुम्बई और हैदराबाद में अपनी रोजी-रोटी कमाते है, जिसमें से अकेले झारखण्ड के कोडरमा लोकसभा से 5 से 8 लाख तक मज़दूर गूजरात के सुरत, अहमदाबाद, बढनगर, बढ़ोदरा, यापी में कारखाना मिलों, दुकानों में काम करते है। कोडरमा,गिरिडीह धनबाद,देवघर इत्यादि जिलों के लाखों प्रवासी मजदूर झारखण्ड से लगभग 2 हजार किलोमीटर दूर गुजरात के सूरत शहर में काम के लिए प्रवास किए हैं। जिनमें प्रत्येक दिन कई हज़ार लोगों का आना जाना लगा रहता है। लेकिन अबतक झारखण्ड से गुजरात के लिए कोई डायरेक्ट ट्रेन नहीं होने के कारण कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

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उपरोक्त समस्या को देखते हुए आज 5 मई सोमवार को सुबह 10 बजे से “जब तक कोडरमा से सूरत के लिए ट्रेन नहीं तो चैन नहीं”आंदोलन की बिगुल दर्जनों सामाजिक संगठन के लोगों ने फूंक दिया है। सूरत(गुजरात) से संचालित सामाजिक संगठन “समस्त झारखंड समाज सेवा ट्रस्ट” के अध्यक्ष बासुदेव वर्मा और “पं. दीनदयाल उपाध्याय विचार संघ युवा मोर्चा झारखंड” प्रदेश अध्यक्ष गौतम पाण्डेय ने संगठन के सैकड़ों साथियों के साथ अगुवाई करते हुए 4 सूत्री मांगों को लेकर कोडरमा रेलवे स्टेशन प्रबंधक विकास कुमार को ज्ञापन सौंपा।

क्या है मांग ? :-

1- कोडरमा से सुरत, अमदाबाद गुजरात के लिए नियमिति ट्रेन दिया जाए।

2- ट्रेन में जेनरल डिब्बों की संख्या बढ़ाई जाय।

3- जेनरल टिकट पर 100 कि. मि. से अधिकृत यात्रीयों के लिए भी सीट (बैठने के लिए अधिक संख्या) जारी की जाय।

4- प्रतिक्षारत यात्री टिकट वालो के लिए भी संख्या के हिसाब से अतिरिक्त कोच जोड़ी जाय।

क्या कहते हैं रेलवे स्टेशन प्रबंधक ?

ज्ञापन सौंपने के बाद रेलवे के स्टेशन प्रबंधक विकास कुमार ने कहा कि जितने भी सामाजिक संगठन के लोग शांति पूर्ण और संवैधानिक तरीके से मेमोरेंडम देने आए हैं उनका मेमोरेंडम को लिया हूं जिसे मैं अपने ऊपर के डिवीजन तक पहुंचा दूंगा। पहले भी संगठन के लोग ज्ञापन दिए थे वह मेमोरेंडम को रेलवे DRM तक पहुंचा दिया गया और मेल भी किया गया था, जिसपर पॉजिटिव रिस्पोंस आया है। अब आगे ऊपर का जो आदेश होगा।आंदोलन में आगे आए संगठन।

कोडरमा-सूरत रेल मांग के लिए ज्ञापन सौंपने विभिन्न संगठन आगे आया।

1.पं. दीनदयाल उपाध्याय विचार संघ युवा मोर्चा झारखंड 2.समस्त झारखंड समाज सेवा ट्रस्ट 3. कुशवाहा कल्याण चेरिटेबल ट्रस्ट

4. समस्त झारखंड राणा समाज ट्रस्ट

5. सुंडी चेरिटेबल ट्रस्ट.

6. यदुवंशी समाज सेवा ट्रस्ट

7. रोजी रोटी अधिकार मंच

8. नरेगा मज़दूर मंच

9. प्रवासी मजदूर संघ

10. रेल यात्री अधिकार नागरिक मंच

11. दहेज मुक्त सेवा संघ झारखंड

12. क्षेत्रीय संघर्ष समिति लेदा संगठन

इस दौरान आंदोलन में शामिल लोगों में से गौतम पाण्डेय प्रदेश अध्यक्ष (पं. दीनदयाल उपाध्याय विचार संघ युवा मोर्चा झारखंड) बासुदेव वर्मा अध्यक्ष, फूलदेव वर्मा कोषाध्यक्ष (समस्त झारखंड समाज सेवा ट्रस्ट ) नवीन कुमार यादव, दुर्गा प्रसाद यादव, विश्वनाथ सिंह, अशिम सरकार, संतोष राणा, उमेश गजर, शंभु विश्वकर्मा, रंजीत मोदी, अजय पांडेय, मनोहर वर्मा, जीबलाल राणा, देव पंडित, कृष्ण कुमार यादव, आयुष पांडेय, सकलदेव राणा और सैकड़ों लोगों ने दिया।

pankaj kushwaha

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