दुमका केंद्रीय कारा से बांग्लादेशी घुसपैठिया नजमूल हवलदार को रिहा किये जाने के फैसले के विरोध में आदिवासी सांवता सुसार आखड़ा संताल परगना की अगुवाई में आदिवासी समाज के लोगों ने जबरदस्त आक्रोश जताया. रैली निकालकर दुमका शहर में प्रदर्शन किया. आदिवासी सांवता सुसार आखड़ा के संताल परगना संयोजक चंद्रमोहन हांसदा ने कहा कि सरकार एवं प्रशासन की सह पर बांग्लादेशी घुसपैठिये संताल समाज के लिए अब बहुत बड़ा खतरा बन चुके हैं. अब समाज के नौजवानों ने अपने ईष्ट देव मारांग बुरू के दिये तीर-धनुष को फिर से अपने कंधों पर ऊठा लिया है. अब एक-एक बांग्लादेशी घुसपैठिये को संताल परगना से खदेड़ा जायेगा. अन्याय, अत्याचार, जमीन लूट का षड्यंत्र अब बांग्लादेशी घुसपैठियों को बहुत भारी पड़ने वाला है.
वहीं बता दूं कि आदिवासी लड़कियों से शादी करके पीएफआई के सदस्यों ने 10 एकड़ जमीन खरीदने का मामला सामने आया है यह ख़ुफ़िया विभाग द्वारा पुलिस मुख्यालय को भेजी गई रिपोर्ट में खुलासा हुआ है । बताया जाता है कि पीपुल फ्रंट ऑफ इंडिया पाकुड़, जामताड़ा, साहेबगंज और गोड्डा में अपना संगठन विस्तार कर रहा है। जबकि झारखंड ने पहले ही पीएफआई की गतिविधियों को देश विरोधी मानते हुए इस पर प्रतिबंध लगा दिया है।
अब देखना है कि आदिवासी समाज कितना आगे बढ़ कर इसपर कार्य कर पाता है।
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